जामिया अरबिया क़ासिमुल उलूम व जामिया आइशा लीलबनात में जश्ने आज़ादी के ताल्लुक़ से मुख्तलिफ प्रोग्राम पेश किए गए





कांधला कस्बे कै मोहल्ला खेल स्थित जामिया अरबिया क़ासिमुल उलूम व जामिया आइशा लीलबनात में जश्ने आज़ादी के ताल्लुक़ से मुख्तलिफ प्रोग्राम पेश किए गए

 जिसमे छात्र औऱ छात्राओं ने तराना ए हिन्द और तक़रीरें पेश की इस मौके पर बाबू फैसल बेग ने कहा कि देश की आज़ादी में सभी का योगदान सराहनीय है जिस प्रकार उस समय हमारे बड़ों ने मिल जुल कर क़ुरबानी दी इसी प्रकार आज भी मुल्क क़ुरबानी मांग रहा है वो क़ुरबानी नफरतों की कुर्बानी जलन की कुर्बानी आपसी अदावत की कुर्बानी है आज हम सब को मिल कर भारत की तरक़्क़ी की फिक्र करनी चाहिए ताकि हमारा मुल्क दूसरों से ज़्यादा तरक़्क़ी याफ्ता मुल्क हो जाये नजमुल हसन ने कहा कि आपसी भाई चारे से ही देश तरक़्क़ी की राह हमवार करेगा देश उन्नति देशवासियों की उन्नति है और देशवासियों की उन्नति देश की उन्नति है मौलाना सैयद बदरूल हुदा क़ासमी ने कहा कि मदारिस की कुर्बानिया उगते सूरज की तरह हैं जिन्होंने जंगे आज़ादी में अपना अहम रोल अदा किया है मौलाना सैयद मज़हरुल हुदा ने कहा कि देश मे नफरत की बात करने वाले असल मे देश के सब से बड़े ग़द्दार हैं जो शांति प्रिय लोग हैं उनका ऐसे लोगों का बायकॉट करना चाहिए ताकि नफरत का खात्मा हो इस से पहले ध्वजारोहण किया गया इस मौके पर मौलाना यूसुफ ने आज़ादी के लिये दी गयी क़ुरबानी पर रोशनी डाली ओर कहा कि हमे अपने इतिहास को नही भूलना चाहियेऔर कहा कि दारुल उलूम देवबंद व जमीयत उलमा-ए-हिन्द ने देश को आज़ाद कराने में अहम भूमिका रही है। उन्होंने कहा की उलमा-ए-इकराम ने देश की खातिर अपनी जानो का नज़राना पेश किया और मुल्क को आज़ाद कराया । कार्यक्रम का संचालन मौलाना सैयद मज़हरुल हुदा ने किया।इस मौके पर जमीअत के शहर सदर गुलज़ार अंसारी, हाफ़िज़ ज़ुबैर,अरशद सिद्दीकी,ज़रीफ़,अली बेग,मास्टर रिज़वान,सबीहा,फ़रमाना, आदि के अलावा दर्जनों लोग मौजूद रहे।

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