महाराष्‍ट्र में वॉट्सऐप पर फैली अफवाह के बाद पांच लोगों की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्‍या कर दी गई लेकिन केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री राज्‍यवर्धन राठौड़ का कहना है कि सोशल मीडिया सरकार के नियंत्रण से बाहर है.  खास बातचीत में एक्‍सक्‍लूसिव उन्‍होंने कहा, 'वॉट्सऐप को नियंत्रित नहीं किया जा सकता लेकिन हम शिक्षित हो सकते हैं.'

उन्‍होंने आगे कहा कि जो लोग इस ऐप का उपयोग करते हैं उन्‍हें सावधान रहना चाहिए और इसका इस्‍तेमाल करने से पहले उन्हें इसे समझना होगा. भारत में सोशल मीडिया के खतरों पर राठौड़ ने कहा, 'हमें इसके साथ रहना और इसे नजरअंदाज करना सीखना होगा लेकिन हां गाली देनी वाली भाषा का इस्‍तेमाल नहीं होना चाहिए.'

सरकार को फेक न्‍यूज के मसले पर घेरने वाली कांग्रेस पर हमला बोलते हुए राठौड़ ने कहा, 'कांग्रेस को ऐसे ही कुछ भी नहीं कह देना चाहिए. वॉट्सऐप पर दी जाने वाली गालियों के बारे में कांग्रेस को सबसे आखिर में बोलना चाहिए क्‍योंकि वह तो खुद अपराधी है. वह प्रधानमंत्री मोदी की छवि को खराब करने के लिए वॉट्सऐप का लगातार इस्‍तेमाल करती है.'

उन्‍होंने आगे कहा कि कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी जैसे नेता सोशल मीडिया पर आजादी की बात करते हैं लेकिन जरूरी यह है कि सोशल मीडिया के यूजर्स को शिक्षित किया जाए. बता उें कि पिछले कुछ दिनों में सोशल मीडिया के जरिए फैली अफवाहों ने 30 लोगों की जान ले ली. बच्‍चा चोर होने के शक में भीड़ अनजान लोगों को पीट-पीटकर मार देती है.

कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के कश्‍मीर के हालातों पर दिए गए बयान पर राज्‍यवर्धन ने कहा, 'आजाद के बयान गलत थे.' बता दें कि आजाद ने कहा था कि जम्‍मू कश्‍मीर में सेना आतंकियों से ज्‍यादा आम लोगों को मार रही है.
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