मौलाना आजाद पब्लिक स्कूल नाहल मैं साइंस एंड आर्ट( exhibition) प्रदर्शनी का आयोजन किया गया
गाजियाबाद: गाजियाबाद जिले के ग्राम नाहल मैं मौलाना आजाद पब्लिक स्कूल में साइंस एंड आर्ट( exhibition) प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें डाक्टर अर्सलान एडवोकेट औरंगजेब मास्टर जी ज़ुबैर अहमद को मुख्य अतिथि बनाया गया, उन्होंने नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा बनाए गए मॉडल्सो का छात्राओं द्वारा प्रदर्शन किया, विज्ञान प्रदर्शनी के आयोजन का मकसद: मंच से डाक्टर अरसलान ने छात्रों को बताया छात्रों को वैज्ञानिक सिद्धांतों को समझने में मदद करना, छात्रों के बीच टीमवर्क और सहयोग की भावना को बढ़ावा देना छात्रों को व्यावहारिक अन्वेषण के लिए प्रोत्साहित करना, छात्रों की रचनात्मकता को बढ़ावा देना
छात्रों के संचार कौशल को निखारना
छात्रों को रुचिपूर्ण अधिगम और व्यावहारिक गतिविधियों में शामिल करना ,उन्होंने बताया इस विद्यालय से मैं भी शिक्षा ग्रहण की है , मार्गदर्शक मेरे इसी स्कूल के प्रधानाचार्य है मेरे,
उन्होंने बताया मुझे यहां पूछते ही ऐसा महसूस हुआ है जैसे हम विज्ञान की दुनिया में आ गए हो, मास्टर जी जुबिन ने बताया कि बच्चों ने काफी अच्छी प्रदर्शनी लगाई है प्रत्येक प्रदर्शनी में पांच छात्रों ने भाग लिया था,
आश्चर्यजनक चीज थी बच्चों ने एक छोटा बैटरी से चलने वाला रोबोट खिलौने बनाए था जो रिमोट के आदेश पर उठक बैठक कर रहा था ,और छोटे छोटे सामान उठा सकता था वह कागज और प्लास्टिक के टुकड़े अलग-अलग कूड़ेदान में डाल रहा था ,यह सब विज्ञान के सारे संभव हो सका था कुछ इंस्टॉल ऐसे थे जिनके विज्ञान के नकारात्मक प्रभाव साफ झलक रहे थे,
स्टॉल नंबर पांच पर कारखाना और वाहनों से निकलने वाले दुष्ट और जल को नदियों और समुद्र में छोड़े जाने का चित्रण किया गया था, जिससे जलीय और वायु में रहने वाली प्राणियों को मारते हुए दिखाया गया, इंस्टॉल नंबर 13 पर अनाज की सुरक्षा का तरीका समझाया गया था,एक फुटबॉल पर चारों ओर कांच के टुकड़े चिपक कर उसे अनाज के बीच रखा गया था जैसे ही फुटबॉल पर धूप पड़ी कहां से प्रकाश का परावर्तित होने लगा और पक्षी उसे प्रकाश से चकाचौंध हो गए इससे अनाज तो सुरक्षित हो गया लेकिन पक्षियों पर इसका बुरा असर पड़ा मैं सोने लगा कि इस विधि से पक्षियों से तो बचा जा सकता है, लेकिन अनाज में लगने वाले सूक्ष्म जीव जंतुओं से नहीं अनाज की सुरक्षा संभव है लेकिन इस प्रक्रिया से पर्यावरण है घटकों को नुकसान पहुंच रहा है यह सब मास्टर जी जुबेर ने छात्र-छात्राओं को बताया ,
इस विज्ञान प्रदर्शनी से मैंने यह सीखा की विज्ञान आवश्यक है उसका उपयोग निरंतर बढ़ता रहना चाहिए परंतु वह पर्यावरण देसी भी होना चाहिए वास्तव में इस विज्ञान प्रदर्शन ने मुझे राष्ट्र है उसकी प्रगति के प्रति अपने कर्तव्य के समस्त जीव कल्याण की भावना का बोध कराया है यह मुख्य अतिथि के तौर पर मास्टर जुबेर ने हमारे संवाददाता को बताया। इस मौके पर ग्रामीण पत्रकार बंधु अभिभावक सब उपस्थित रहे, ।
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