मसूरी के प्रवासियों के सामने खाने पीने की है भयंकर समस्या: ग्राम प्रधान

गाजियाबाद:
मसूरी। कोविड-19 पॉजिटिव के आने के बाद मसूरी कस्बे के प्रशासन द्वारा सीज कर दिया गया। ग्राम प्रधान के अनुसार इस गांव में सैकड़ों प्रवासी सैकड़ों लोग भूखे मरने के कगार पर हैं।  प्रशासन से मिल कोई राहत सामग्री मिल नहीं मिल पा रही है। अब तो इन मजदूरों के पास खाने पीने का कोई सामान भी नहीं है।
ग्राम प्रधान ने इस संबंध में जिलाधिकारी लिखित शिकायत भेज कर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को भी ट्विटर पर मदद के लिए संदेश भेजा है।

        ग्राम प्रधान शबाना ने जिलाधिकारी को भेजे पत्र में बताया कि लगभग 50 हजार की आबादी वाले मसूरी कस्बे में 5-6 सो से अधिक निर्धन लोग भूखे और प्यासे प्रशासन की ओर देख रहे हैं। कई बार फोन करने के बावजूद भी प्रशासनिक इनकी सुध नहीं ली है।  ग्राम प्रधान शबाना का कहना है कि उनके पति शकील अहमद ने अनेकों बार तहसीलदार से इस संबंध में बात की है। परंतु ढाक के तीन पात। तहसीलदार ने लेखपाल और कानूनगो से वार्तालाप करने के लिए कह दिया।

          ग्राम प्रधान का कहना है मसूरी में 500 से 600 लोगों के लिए फौरन सरकारी मदद की जरूरत है। उन्होंने बताया कि इन दिहाड़ी मजदूर और प्रवासी दैनिक कामगार हैं। आने के बाद इनके पास खाना पीना खत्म हो गया है।
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