यूपी रेरा के वसूली आदेशों के बावजूद, मैस॰ आइडिया बिल्डर प्राइवेट लिमिटेड गाज़ियाबाद (मंजू जे ग्रुप) के खिलाफ जमीन पर कोई कार्रवाई नहीं, घर खरीदारों में भारी नाराजगी  





गाजियाबाद।मैस॰ आइडिया बिल्डर प्राइवेट लिमिटेड गाज़ियाबाद द्वारा  राज नगर एक्सटेंशन में रेड ऐपल रेजीडेंसी परियोजना  को 2012-13 में लॉन्च किया गया था, जो कि मंजू जे ग्रुप के प्रमोटर्स के तहत सी -294, फर्स्ट फ्लोर, विवेक विहार, नई दिल्ली और कॉरपोरेट ऑफिस: सी -10, रामप्रस्थ गाजियाबाद 201011 में पंजीकृत कंपनी है। हजारों परिवारों ने इस तथ्य पर भरोसा करते हुए फ्लैट खरीदे कि परियोजना को भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और इलाहाबाद बैंक जैसे सरकारी बैंकों के द्वारा संयुक्त रूप से अनुमोदित किया गया है। हम सभी मध्यमवर्गीय परिवारों ने अपने लिए एक छत का सपना देखा था और अपनी जीवन भर की जमा पूंजी बिल्डर को दे चुके हैं परंतु फ्लैट  महज एक बुरा स्वप्न भर रह गया है क्योंकि  RED APPLE RESIDENCY PROJECT के प्रमोटरों द्वारा गंभीर एवं सोची समझी धोकाधड़ी की गयी है ।


ज्यादातर खरीदार इस प्रोजेक्ट के प्रमोटरों और सरकारी बैंकों द्वारा डिजाइन किए गए धोखेबाजी के इस जाल में फंस चुके हैं। परियोजना के प्रोमोटर एसबीआई, पीएनबी, इलाहाबाद आदि बैंकों के साथ मिलकर घर खरीददारों के साथ लगातार धोकाधड़ी कर रहे थे और इसी सांठगांठ के तहत बैंकों ने परियोजना की वास्तविक प्रगति का भौतिक सत्यापन किए बिना प्रमोटरों को सीधे एक बार में 80 से 90% ऋण राशि जारी कर चुके हैं। प्रमोटरों ने परियोजना का पूरा पैसा केवल 30% से 40% निर्माण कार्य पूरा करके निकाल लिया है। जीडीए, बैंक आदि बिल्डर की इस लूट मे पूरी तरह से सहायता कर रहे थे।इसी शह और सांठगांठ के तहत बिल्डर द्वारा उन तलों मे भी फ्लैट बेच दिया गया जिन्हें जीडीए द्वारा कभी भी मंजूरी नहीं दी गई थी और गंभीर बात ये है की इन अवैध फ्लोर वाले फ्लैटों मे भी सरकारी बैंकों ने बिल्डर से सांठगांठ करके लोन जारी कर दिया ।

सरकारी बैंकों एवं प्रोमोटरों द्वारा संयुक्त रूप से किए गए धोखाधड़ी के कुछ प्रमुख कार्य निम्नानुसार थे:

1. प्रमोटरों ने अवैध रूप से उन फ्लैटों को भी बेच दिया जो जीडीए द्वारा अनुमोदित नहीं थे। इतना ही नहीं पीएनबी, एसबीआई जैसे सरकारी बैंकों ने इन अवैध और बिना जीडीए अनुमोदन वाले फ्लैटों  मे गैरकानूनी रूप से होम लोन स्वीकृत करके सीधे बिल्डर को लोन की पूरी राशि जारी कर दी। उदाहरण के लिए, इमारत के ब्लॉक-सी को केवल 6 वीं मंजिल तक जीडीए की मंजूरी दी गई थी, लेकिन बैंकों के साथ मिलकर बिल्डर ने 15 वीं मंजिल तक के फ्लैटों को बेच दिया और बैंकों ने इन अवैध रूप से बेचे गए फ्लैटों को भी वित्तपोषित किया।

• प्रमोटरों ने बहुत सारे फ्लैटों को कई बार बेचा और आश्चर्यजनक रूप से एसबीआई, पीएनबी ने विभिन्न निर्दोष फ्लैट खरीदारों को बेचे गए एक ही फ्लैट पर कई बार होम लोन को मंजूरी दी।

• एसबीआई, पीएनबी और अन्य सरकारी बैंकों ने परियोजना की वास्तविक प्रगति की पुष्टि किए बिना सीधे प्रमोटरों के खाते मे होम लोन की पूरी राशि जारी कर दी ।

• प्रमोटरों ने अन्य भूखंडों की खरीद एवं अन्य प्रोजेक्ट जैसे कि रेड एप्पल होम्स व बाहुबली एन्क्लेव मोर्टा के लिए REDAPPLE RESIDENCY परियोजना के पैसे का दुरुपयोग किया और दिल्ली एनसीआर में कई अन्य परियोजनाओं को लॉन्च किया। आज भी उनकी दिन दहाड़े लूट निडरता से जारी है।

 जब कब्जे की वादा की गई तारीख 2015 में निकट आई , तो कई फ्लैट खरीदारों ने फ्लैटों की मांग शुरू कर दी और तब पता चला कि बिल्डर ने उनसे उठाए गए धन को लूट लिया है और परियोजना स्थल पर निर्माण कार्य रोक दिया है। कई फ्लैट खरीदारों द्वारा न्याय की तलाश में विभिन्न अदालतों और न्यायाधिकरणों जैसे यूपीरेरा, एनसीडीआरसी, एनसीएलटी, हाई कोर्ट्स, ईओडब्ल्यू दिल्ली में एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी  है । वर्तमान मे UPRERA ने लगभग रु॰ 7 करोड़ के रिकवरी सर्टिफिकेट (RC) जारी किए हैं और जिला मजिस्ट्रेट- गाजियाबाद को निर्देश दिया है कि वह RC की राशि आइडिया बिल्डर प्राइवेट लिमिटेड (मंजु जे ग्रुप) के प्रोमोटरों से वसूल करे, लेकिन प्रशासन पिछले दो साल से अधिक समय से गहरी नींद में है और यूपीरेरा के आदेशों को ठंढे बस्ते मे डालने के साथ साथ पीड़ित फ्लैट खरीददारों को भी निराशा के गर्त मे धकेल रहा है । 

विभिन्न परियोजनाओं मे ठगे गए फ्लैट खरीदारों द्वारा IDEA BUILDERS PVT LTD (MANJU J GROUP) के प्रमोटरों के खिलाफ 100 से अधिक एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं, लेकिन पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा अब तक  ARREST, GUNDA अधिनियम, लैंड माफिया अधिनियम जैसी कुछ भी कार्रवाई नहीं की गई है। RED APPLE RESIDENCY प्रोजेक्ट के खरीदारों से जमा हुए पैसों को छीनने के लिए मंजू J Group के प्रमोटर्स द्वारा लगभग 100 से अधिक शेल कंपनियों को पंजीकृत किया गया है। प्रमोटरों RED APPLE RESIDENCY प्रोजेक्ट के डायवर्टेड फंड से अन्य 2000 से 3000 फ्लैट खरीदारों को लूटना जारी रखने के लिए मोर्टा गाजियाबाद में REDAPPLE HOMES &, BAHUBALI ENCLAVE जैसे बड़े प्रोजेक्ट लॉन्च किए हैं। 

सभी फ्लैट खरीदारों के परिवारों ने कई बार डीएम, एडीएम, तहसीलदार, एसएसपी, सीओ (सिहानी गेट) से मुलाकात की और साथ ही माननीय सांसद और भारत सरकार के मंत्री जनरल श्री वी.के.सिंह जी के यहाँ भी शिकायत कर चुके हैं। कलेक्ट्रेट गाजियाबाद में कई बार विरोध प्रदर्शन के बाद  जिला प्रशासन ने भी सिहानी गेट थाने में 5 प्रमोटरों के खिलाफ एफआईआर नंबर 0117 दिनांक: 22.01.2021 दर्ज कराई है परंतु अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। 

यह बहुत ही संकट और पीड़ा का विषय है कि 500 ​​करोड़ से ज्यादा की  धोखाधड़ी में शामिल उपरोक्त प्रमोटर और अन्य सभी अभी भी खुले घूम रहे हैं, भव्य जीवन का आनंद ले रहे हैं और स्वतंत्र रूप से विदेशी यात्राएं कर रहे हैं।

 अदालतों, ईओडब्ल्यू दिल्ली आदि विभिन्न माध्यमों से 100 से अधिक एफआईआर होने के बाद भी न केवल ये आरोपी दिल्ली एनसीआर में स्थित संपत्तियों एवं अन्य प्लॉटों  को बेच रहे हैं, बल्कि किसी भी समय हम फ्लैट खरीददारों का पैसा ठिकाने लगाकर भारत से भाग सकते हैं।

  हजारों मध्यम वर्ग के फ्लैट खरीदारों बैंकों एवं इन प्रमोटरों द्वारा संगठित अपराध करके  लूट लिया गया है जो असहाय और अपमानित महसूस कर रहे हैं। अतः जिला प्रशासन, यूपी सरकार, भारत सरकार, ईडी, ईओडब्ल्यू, यूपी पुलिस से हमारी मांग है कि तुरंत ही आइडिया बिल्डर प्राइवेट लिमिटेड (मंजु जे ग्रुप)  के प्रमोटरों की सभी संपत्तियों, पासपोर्ट, बैंक खातों को जब्त कर उनके ऊपर भू-माफिया अधिनियम, गुंडा अधिनियम व धन शोधन अधिनियम लगाते हुये व अन्य दर्ज़ एफ़आईआरों के तहत गिरफ्तार किया जाय ताकि पीड़ितों को उनकी गाढ़ी कमाई कि वसूली या फ्लैट मिल सके और न्याय मे आमजन का विश्वास बहाल हो सके।।

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