बंद पड़े मकानों और फ्लैटों में चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश 


सरगना समेत तीन अंतर्राराज्य चोर व एक सुनार भी गिरफ़्तार 




कब्जे/निशानदेही पर चोरी करने के उपकरण, लाखों रुपए के सोना-चांदी आदि के आभूषण, नगदी, नशीला पाउडर और दो कारें भी बरामद 




गाज़ियाबाद। थाना कविनगर पुलिस ने बंद पड़े मकानों और फ्लैटों में चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सरगना समेत तीन अंतर्राराज्य चोर व एक सुनार को भी गिरफ़्तार किया हैं। पुलिस को इनके कब्जे/निशानदेही पर चोरी करने के उपकरण, लाखों रुपए के सोना-चांदी आदि के आभूषण चूड़ी, कंगन, अंगूठी, कुंडल, चैन, लॉकेट, पाजेब, तगड़ी, सिक्के आदि, 1,87,000 रुपए की नगदी, नशीला पाउडर (90ग्राम) और दो कारें भी बरामद हुई हैं। 


पुलिस को पकड़े गए शातिर चोरों ने अपना नाम आरिफ उर्फ कल्लू पुत्र इब्राहिम, दूसरे ने मुरसलीन उर्फ छोटे पुत्र फैयाज निवासी थाना हापुड़, तीसरे ने ताज मो पुत्र इलियास निवासी थाना मुंडाली मेरठ और चौथे ने पुनीत वर्मा पुत्र ब्रजकिशोर निवासी थाना हापुड़ बताया हैं। बता दें कि पुनीत वर्मा जो है, वह एक सुनार हैं, जोकि शातिर चोरों से चोरी के सोना-चांदी आदि के आभूषण खरीदा करता था। तो वहीं आरिफ उर्फ कल्लू इस गिरोह का सरगना हैं, जोकि थाना कोतवाली हापुड़ का सक्रिय हिस्ट्रीशीटर अपराधी हैं, जिसके विरुद्ध जनपद गाज़ियाबाद, गौतमबुधनगर और दिल्ली के विभिन्न थानों में दो दर्जन से अधिक मुकदमें दर्ज हैं। इतना ही नहीं, अभियुक्त ताज मो पर जनपद गाज़ियाबाद के विभिन्न थानों में एक दर्जन के करीब मुकदमें दर्ज हैं व अभियुक्त मुरसलीम उर्फ छोटे पर एक दर्जन से अधिक मुकदमें जनपद गाज़ियाबाद और गौतमबुधनगर के विभिन्न थानों में दर्ज हैं। इसके अलावा अभियुक्त पुनीत वर्मा (सुनार) पर जनपद गाज़ियाबाद के इंदिरापुरम और कविनगर में आधा दर्जन मुकदमें दर्ज हैं। 


एसपी सिटी प्रथम अभिषेक वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि अभियुक्त गण शातिर किस्म के अपराधी हैं, जोकि गाज़ियाबाद, नोएडा और दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न क्षेत्रों में बंद पड़े मकानों और फ्लैटों कि रेकी करके पहले तो उन्हें चिन्हित करते हैं और फिर जैसे ही उन्हें मौका मिलता हैं तो वह उन मकानों और फ्लैटों में चोरी आदि की घटनाओं को अंजाम दें दिया करते हैं। इतना ही नहीं, पुलिस का कहना है कि अभियुक्त गण नशा करके चोरी की घटनाओं को अंजाम किया करते हैं और इस कार्य में दो कारों का भी इस्तेमाल किया करते हैं, जिसमें एक आई-दस और दूसरी हौंडा सिटी कार शामिल हैं। पुलिस का दावा है कि चोरी आदि का सामान सुनार पुनीत वर्मा ही इनसे कम दामों पर खरीदा करता था और अच्छा मुनाफा कमाया करता था। दरअसल, शातिर अभियुक्त गण को पकड़ने वाली टीम में उपनिरीक्षक नरपाल सिंह, सुमित कुमार (साइबर सेल), सिपाही अखिलेश यादव (सर्विलांस टीम), सिपाही अमित कुमार, विनीत दूबें और सिपाही मनजीत सिंह भी शामिल हैं।


फाईज़ अली सैफी 


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