मोबाइल में झूम रहे हैं बच्चे बुड्ढे और जवान।
मोबाइल हो दूर ज़रा तो निकले सबकी जान।।

प्रेम करें मोबाइल पर ।
मर मिटते स्माइल पर।।
कसमें खाएं वादे तोड़े ।
रोना हँसना है इमोजी।।
कोई तो इनको रोको जी।
जो आशिक नम्बर वन कर हैं
मोबाइल पर दें जान।

बीबी से चुपके चुपके।
बात करे लव यू लव यू
तुम बिन चैन नहीं आये
कॉल करो जब हो फ्री यू।
बीबी रहती सारा दिन
मोबाइल से परेशान
जब देखो मोबाइल पर।

वाट्सएप फेसबुकियाएँ हैं
स्वाद नहीं है खाने में।
रोज़ रोज़ का किस्सा देखो
दिन भर हैं बतियाने में
बच्चे रहते मम्मी जी को
देख देख हैरान।।

मेसेंजर पर कूं कूं  करते
ट्यूटर पर ही चूँ चूँ करते।
नन्ही चिड़िया सोच रही
कुछ भी करता है इंसान।।
                शैलजा सिंह
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